ARTIZEN INTEGRATED BUSINESS PLANE

स्थानीय सहयोगी इकाइयां

  1. सम्भागीय एसोसिएट पार्टनर

  2. जिला स्तर एसोसिएट पार्टनर

  3. तहसील स्तर एसोसिएट पार्टनर

  4. पंचायत एसोसिएट पार्टनर

1 – स्थानीय सहयोगी इकाइयां होंगी शेयर धारक:-

सभी सहयोगी इकाइयां आर्टिजन एग्रो इन्डिया प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक शेयर धारक के रूप में कार्य करेंगी जिससे कम्पनी मुनाफे में एक निश्चित बोनस लाभ अर्जित हो सकता है | इकाइयों का कार्य आर्टिजन एग्रो इन्डिया के माध्यम से बाँस खेती का प्रसार करना. तथा अपने कार्यक्षेत्र में बाँस आधारित उत्पादों का प्रोडक्सन बढ़ाने का उत्तरदायित्व निभाना है|.

2 – बाँस उत्पादक किसान होगा मुनाफे में भागीदार:-

सभी बाँस उत्पादक किसानों की एक किसान उत्पादक संगठन (FPO) कंपनी का गठन किया जायेगा | जिससे कम्पनी मुनाफे में 20% तक लाभ अर्जित हो सकता है | तथा किसान को बाँस रोपण के 2 साल बाद एक निश्चित बयाना राशि अग्रिम भुगतान के रूप में मिल सकती है |जो स्थानीय सहयोगी इकाई की निगरानी में फसल कीमतों की गारंटी के साथ-साथ आर्टिजन के फायदे मे भी भागीदार बन सकेगा.